हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम पल्लवी है। आज मैं अपनी सहेली दीपाली की स्टोरी आपके साथ शेयर कर रही हूं। दीपाली मेरी पड़ोसी है और वह मेरी अच्छी फ्रेंड है। पर पिछले एक साल से वह बहुत परेशान है। और उसकी परेशानी की वजह है एक लड़का। लड़का, जिसे वह टूट कर प्यार करती है, लड़का जिसके लिए वह कुछ भी कर सकती है। उस लड़के का नाम है सोमेश, सोमेश चक्रवर्ती।
आइये आपको शुरू से बताती हूं। सोमेश और दीपाली कोचिंग में साथ ही पढ़ते थे।
सोमेश उसके बैच का सबसे हैंडसम लड़का माना जाता था। लड़कियां उसके लिए दिवानी रहती
थीं। पर दीपाली ने कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया। वह बस अपने काम से काम रखती थी।
लेकिन एक दिन दीपाली शॉक्ड रह गयी। उसने देखा कि सोमेश की नज़रें उसपर टिकी
हुई हैं। पहले तो उसे यह कोई वहम लगा, लेकिन फिर जब कई बार ऐसा हुआ, तो उसे यकीन करना
ही पड़ा। शुरू-शुरू में उसे यह सब अजीब सा लगा, लेकिन फिर धीरे-धीरे उसे अच्छा लगने लगा। उस दिन से दीपाली की जिंदगी ही बदल
गयी। वह अपने आप पर पहले से ज्यादा ध्यान देने लगी, हमेशा सज-संवर कर रहने लगी।
एक दिन की बात है। दीपाली कोचिंग से घर लौट रही थी। तभी पीछे से सोमेश आ गया।
उसने अपनी बाइक दीपाली के पास रोक दी और बोला, ''आआे दीपाली, तुम्हें घर छोड़ दूं।''
दीपाली उसे मना नहीं कर पायी। वह बाइक पर पीछे बैठ गयी। सोमेश ने बाइक को पहले
गेयर में डाला और धीरे से बोला, ''दीपाली, मैं तुमसे कुछ बात करना चाहता हूं।''
''क्या?"
दीपाली ने लरजते
होठों से पूछा।
''ऐसे नहीं, आओ किसी रेस्टोरेंट
में बैठते हैं।''
दीपाली की सहमति पाकर सोमेश उसे पास के रेस्टोरेंट
में ले गया। वहां पर उसने दीपाली से अपने प्यार का इज़हार किया। दीपाली मन ही मन
सोमेश को चाहने लगी थी। वह उसे मना नहीं कर सकी। और इस तरह दोनों प्यार की पटरी पर
तेजी से दौड़ने लगे।
लेकिन थोड़े ही दिन बीते थे कि सोमेश अचानक गायब हो
गया। उसने न सिर्फ कोचिंग आना बंद कर दिया, वरन दीपाली का फोन भी
उठाना बंद कर दिया। दीपाली उसके व्यवहार से सन्न रह गयी। उसने साेमेश को सैंकड़ो
वाट्सअप किये, पचासों कॉल की, पर न तो सोमेश वापस
लोटा, और न ही उसने वाट्सअप या कॉल का जवाब ही दिया।
दीपाली एकदम पागल सी हो गयी। न अब उसका मन पढ़ाई में
लगता और न ही किसी और चीज़ में। न तो वह रात में ठीक से सो पाती और न ही ठीक से खा-पी पाती। बस
हर समय वह सोमेश को याद किया करती और रोती रहती।
एक दिन की बात है। दीपाली अपनी मां के साथ मंदिर जा
रही थी। तभी रास्ते में उसे साेमेश दिखा। सोमेश की नज़र भी दीपाली पर पड़ी, पर वह उससे अनजान बनता
हुआ एक गली में चला गया। दीपाली का मन हुआ कि वह भाग कर जाए और सोमेश को पकड़ कर
झकझोर दे। पर मां की वजह से वह जब्त कर गयी। पूजा से लौटने के बाद दीपाली ने शाम
को मोबाइल रिचार्ज कराने का बहाना किया और उसी गली में जा पहुंची, जिसमें सोमेश गया था।
संयोग से सोमेश सामने से आता हुआ मिल गया। वह दीपाली
को देख कर दंग रह गया। वह उसे लेकर एक दोस्त के मकान में चला गया और माफी मांगने
लगा। दीपाली ने उसकी बातों पर यकीन कर लिया। और इस तरह दीपाली की जिंदगी में फिर
से बहार आ गयी।
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